ओशो आनंदवन का उद्देश्य
ओशो का विज़न सम्पूर्ण मानवता के लिए है – ऐसा विज़न जिसमें मनुष्य स्वयं को पहचान सके, अपने अस्तित्व की जड़ों तक पहुँच सके। उनका कहना था कि सारी समस्याओं की जड़ केवल एक है – मनुष्य स्वयं को नहीं जानता।
मनुष्य बाहर की ओर देखता है – धन, शक्ति, नाम और यश की खोज करता है। लेकिन भीतर की ओर यात्रा करना भूल जाता है। यही विस्मृति ही दुख का कारण है। ओशो का विज़न है कि हर इंसान अपने भीतर झाँके, यह जाने कि वह कौन है – “मैं कौन हूँ?” यही प्रश्न हमारे जीवन को सही दिशा देता है।
ओशो का विज़न ही हमारा विज़न है –
हम मानते हैं कि जब मनुष्य अपनी भीतरी यात्रा करता है, तो वह स्वाभाविक रूप से प्रेम, करुणा और शांति से भर जाता है। और तभी एक नई चेतना, एक नया समाज और एक नई मानवता जन्म ले सकती है।
👉 हमारा विज़न है – हर मनुष्य को उसकी जड़ों से जोड़ना, ताकि वह अपने अस्तित्व के केंद्र में लौटकर उच्चतर चेतना को पा सके।