मुख्य ध्यान विधियों का विस्तार से वर्गीकरण और विवरण
Osho ने अपने जीवनकाल में सैकड़ों ध्यान विधियाँ बताई हैं, लेकिन उनकी मूल आत्मा एक ही है — मानव को यांत्रिकता (mechanical mind) से मुक्त करके उसे सजगता, प्रेम और मौन की स्थिति में ले जाना।
उन्होंने Vigyan Bhairav Tantra की 112 विधियों, बुद्ध, सूफी, ताओ, ज़ेन, योग और आधुनिक मनोविज्ञान से प्रेरणा लेकर अनेक ध्यान विकसित किए।
नीचे Osho के मुख्य ध्यान विधियों का विस्तार से वर्गीकरण और विवरण साझा किया गया है ।
1. Dynamic Meditation (डायनेमिक मेडिटेशन)
- सुबह-सुबह की जाने वाली Osho की सबसे प्रसिद्ध ध्यान विधि।
- 5 चरण (कुल 1 घंटा):
- कैथार्सिस (10 मिनट) – तेज़ और अस्त-व्यस्त श्वास (breathing) पूरे शरीर से।
- विस्फोट (10 मिनट) – अपनी सारी दबाई हुई भावनाएँ बाहर निकालना (रोना, चिल्लाना, हँसना, कूदना, कांपना)।
- मंत्र जप (10 मिनट) – “हू… हू… हू…” का लगातार उच्चारण, पेट की नाभि से आवाज़ निकालना।
- रुक जाना (15 मिनट) – अचानक रुककर स्थिर खड़े हो जाना।
- नृत्य (15 मिनट) – आनंद में झूमकर नाचना।
👉 इसका उद्देश्य भीतर दबे भावों को बाहर फेंकना और शुद्ध मौन का अनुभव करना है।
2. Kundalini Meditation (कुंडलिनी मेडिटेशन)
- शाम के लिए उपयुक्त।
- 4 चरण (प्रत्येक 15 मिनट):
- कंपन (Shaking) – पूरे शरीर को ढीला छोड़कर कंपन होने देना।
- नृत्य (Dancing) – संगीत पर स्वतंत्र नृत्य।
- साक्षी भाव (Sitting) – आँखें बंद करके शांति से बैठना।
- मौन (Lying Down) – लेटकर विश्राम और गहरा मौन।
👉 यह दिनभर का तनाव उतारकर ऊर्जा को केंद्रित करता है।
3. Nadabrahma Meditation (नादब्रह्म मेडिटेशन)
- प्राचीन तिब्बती विधि पर आधारित।
- 1 घंटा:
- हमिंग (30 मिनट) – आँखें बंद कर बैठना और गहरी “हम्म्म…” की ध्वनि करना।
- हाव-भाव (15 मिनट + 15 मिनट) – हाथों से ऊर्जा देना और लेना (पहले बाहर की ओर, फिर अंदर की ओर)।
👉 यह ध्यान शरीर, मन और आत्मा में सामंजस्य लाता है।
4. Gourishankar Meditation (गौरीशंकर मेडिटेशन)
- पीनियल ग्रंथि को सक्रिय करने वाली ध्यान विधि।
- 4 चरण (15-15 मिनट):
- तेज श्वास – गहरी और धीमी साँस लेना।
- नज़र एकाग्रता – हल्की रोशनी या मोमबत्ती पर देखना।
- साक्षी भाव बैठना।
- लेटकर मौन अनुभव करना।
5. Mandala Meditation (मंडला मेडिटेशन)
- 4 चरण (प्रत्येक 15 मिनट):
- दौड़ना/जॉगिंग – अपनी सारी ऊर्जा दौड़ में लगाना।
- आँखों का घुमाव – आँखें खुली रखकर चारों ओर गोल-गोल घुमाना।
- लेटकर साक्षी बनना।
- मौन ध्यान।
👉 यह ध्यान अंदर के चक्रों को जगाने में मदद करता है।
6. Whirling Meditation (सूफ़ी ध्यान / घूमना)
- सूफ़ी साधना पर आधारित।
- लगातार एक दिशा में घूमना (45 मिनट), फिर स्थिर खड़े होकर मौन (15 मिनट)।
7. Devavani Meditation (देववाणी मेडिटेशन)
- भाषा से परे ध्वनि का ध्यान।
- 4 चरण (15-15 मिनट):
- हमिंग।
- अनजानी भाषा बोलना (गिब्बरिश जैसी)।
- लेटकर सुनना।
- मौन।
8. Mystic Rose Meditation (मिस्टिक रोज़)
- 3 हफ्ते का ध्यान-प्रक्रिया (हर दिन 3 घंटे):
- पहला सप्ताह – हँसना
- दूसरा सप्ताह – रोना
- तीसरा सप्ताह – मौन
👉 यह मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक शुद्धिकरण है।
9. Born Again Meditation (बॉर्न अगेन मेडिटेशन)
- 2 घंटे का ध्यान।
- पहला घंटा – बचपन की मासूमियत को जीना (खेलना, कूदना, नाचना, मज़ाक करना)।
- दूसरा घंटा – मौन में बैठना।
10. Vipassana (विपश्यना ध्यान)
- बुद्ध की मौलिक विधि।
- बस साँस पर साक्षी रहना और हर क्रिया में जागरूक होना।
11. Zazen (ज़ेन बैठना)
- शांति से बैठकर केवल मौन में रहना।
- विचार आएं, जाएं – कोई हस्तक्षेप नहीं।
12. Prayer & Devotional Meditations (भक्ति ध्यान)
- भजन, गायन, नृत्य, प्रार्थना, कीर्तन के रूप में ऊर्जा को ऊपर उठाना।
13. Vigyan Bhairav Tantra Meditations (112 विधियाँ)
- ओशो ने भगवान शिव और देवी पार्वती के संवाद पर आधारित 112 ध्यान विधियों को विस्तार से समझाया है।
- इनमें सांस, दृष्टि, ध्वनि, मौन, प्रेम, मृत्यु, समय, शून्यता, ऊर्जा आदि पर आधारित ध्यान विधियाँ शामिल हैं।
विशेष बिंदु:
-
Osho कहते थे: "हर व्यक्ति को अलग ध्यान विधि सूट करती है। पहले प्रयोग करो, फिर देखो कौन सी विधि तुम्हें भीतर ले जाती है।"
-
ओशो आनंदवन - मेडिटेशन सेंटर कुरक्षेत्र में ये विधियाँ कराई जाती हैं।